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तोरणम्
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তোরণ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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बंदनवार
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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بَنٛدَنوار
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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ਬੰਨਰਵਾਰ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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તોરણ
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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arch
Meanings: 66; in Dictionaries: 11
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தோரணங்கள்
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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తోరణం
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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ತೋರಣ
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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तोरण
Meanings: 39; in Dictionaries: 10
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തോരണം
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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ତୋରଣ
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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सतोरण
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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मानसारम् - तोरणविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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अंशुमत्काश्यपागमः - तोरणलक्षणपटलः
वास्तुशास्त्रावरील एक असामान्य ग्रंथ..
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विश्वक्सेनासंहिता - एकोनविंशोऽध्याय:
विश्वामित्रसंहिता
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मयमतम् - अथ विंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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मथुराखण्डः - अध्यायः १९
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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रुचकादिप्रासादलक्षणं नामैकोनपञ्चाशोऽध्यायः - ५१ ते १००
समराङ्गणसूत्रधार भारतीय वास्तुशास्त्र से सम्बन्धित ज्ञानकोशीय ग्रन्थ है जिसकी रचना धार के परमार राजा भोज (1000–1055 ई) ने की थी।
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १४९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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पुर
Meanings: 85; in Dictionaries: 8
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मानसारम् - मौलिलक्षणम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २७८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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मयमतम् - अथ एकविंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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मानसारम् - द्वादशतलविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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विश्वक्सेनासंहिता - अष्टत्रिंशोऽध्याय:
विश्वक्सेनासंहिता
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मत्स्यपुराणम् - अध्यायः ६९
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते.
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सृष्टिखण्डः - अध्यायः २३
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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अधिकार काण्ड: - सर्ग ९
`भट्टिकाव्यं' हे संस्कृत भाषेतील एक उत्कृष्ट काव्य आहे.
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चमत्कारचन्द्रिका - पञ्चमो विलासः
श्रीहरिची माला आणि श्रीराधाचा मुक्ताहार यांची ही कथा आहे.
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मयमतम् - अथैकोनत्रिंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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परमेश्वरसंहिता - द्वादशोऽध्यायः
परमेश्वरसंहिता
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